ज्वार का नाम तो लगभग सभी ने सुना होगा। । ज्वार का वानस्पतिक नाम सॉरगम बाईकलर है। ज्वार की रोटी सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। यह गेहूं की रोटी का सबसे अच्छा विकल्प बन सकती है।
देश के कई इलाकों में गेहूं और बाजरे की रोटी के अलावा ज्वार की रोटी भी बड़े चाव से खाए जाते हैं।
ज्वार सेहत के लिए किसी औषधि से कम नहीं है।
ज्वार की तासीर ठंडी होती है, इसीलिए इसका सेवन गर्मियों में अधिक किया जाता है। , इसे खाने के ढेरों फायदे हैं।
ज्वार में मिनरल, प्रोटीन, और विटमिन बी कॉम्प्लेक्स जैसे कई पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। इसके अलावा ज्वार में काफी मात्रा में पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और आयरन भी होता है। इसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट प्रॉपर्टीज भी होती हैं जो शरीर से फ्री रैडिकल्स को बाहर निकालने में मदद करती हैं।
ज्वार कफ और पित्त को शांत करता है। शरीर को बल प्रदान करता है, थकान दूर करता है।
ज्वार की सबसे खास बात यह है कि यह ग्लूटेन फ्री होता है और जो लोग ग्लूटन फ्री खाने के चक्कर में गेंहू नहीं खाते हैं, वे ज्वार की रोटियां या फिर उसका स्प्राउट खा सकते हैं।
ज्वार में मैग्निशियम की पर्याप्त मात्रा होती है जो शरीर में कैल्शियम को अब्ज़ॉर्ब करने में मदद करता है। मजबूत हड्डियों के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है।
कैल्शियम के अलावा इसमें कॉपर और आयरन भी होता हैं जो की खून की कमी को दूर करने का कम करता है कॉपर और आयरन शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाते है जिससे एनीमिया का खतरा कम हो जाता है और शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है।
इसके अलावा यह वजन घटाने और ब्लड के स्मूद फ्लो में भी मदद करता है। ज्वार में फाइबर काफी मात्रा में होता है, जिससे मोटापा नहीं बढ़ता।
ज्वार को डायबीटीज में भी फायदेमंद माना गया है। ज्वार में टेनिन नाम का एक तत्व मौजूद होता है जो ऐसे एंजाइम्स के प्रॉडक्शन पर लगाम लगाता है जो बॉडी में मौजूद स्टार्च को सोख लेते हैं। इसके अलावा यह शरीर में इंसुलिन और ग्लूकोज के स्तर को मेनटेन करके रखता है।
ज्वार हार्ट संबंधी बीमारियों और गठिया के रोग में भी फायदेमंद माना गया है। इसलिए ज्वार को डायट में जरूर शामिल करें।
खूबसूरत और ग्लोइंग स्किन के लिए भी ज्वार किसी 'वरदान' से कम नहीं। यह स्किन में मेलनॉमा सेल्स (melanoma cells) के अत्यधिक प्रॉडक्शन पर लगाम लगाता है। इन सेल्स को स्किन कैंसर के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
लकवा में भी ज्वार का प्रयोग लाभदायक होता है।
ज्वार के दानों को उबाल लें। इसका रस निकाल कर उसमें बराबर मात्रा में एरण्ड तेल मिला लें। इसका लेप करने से लकवा में लाभ होता है। लेकिन लकवा इसके इस्तेमाल करने से पूरी तरह ठीक हो जाएगा ये नहीं कह सकते
ज्वार काफी कम कैलोरी में अधिक पोषण देता है। इसलिए मोटापा कम करने के लिए ज्वार के आटे की रोटी खानी चाहिए.
ज्वार मासिक धर्म के दर्द को दूर करता है
ज्वार कब्ज दूर करने में सहायक होती है क्योंकि ज्वार में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कि कब्ज को दूर करने में मदद करती है।
ज्वार का सेवन कैंसर के लक्षणों को रोकने में सहायक होता है एक रिसर्च के अनुसार ज्वार में Anticancer औषधीय गुण पाये जाते है जो की कैंसर के लक्षणों को कम कर देता है।
ज्वार का सेवन मधुमेह में आपके लिए फायदेमंद होता है क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार ज्वार में उपस्थित शर्करा अन्य सीरिएल्स यानि अनाज के तुलना में धीरे-धीरे निकलता है।
ज्वार का सेवन एनर्जी बढ़ाने में सहायक होता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार उसमें वृष्य और बलकारक गुण होता है जो कि एनर्जी को बनाये रखने में मदद करता है।
ज्वार के नुकसान
• ज्वार के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है तो वे लोग ज्वार न खाये.
साभार : ICMR
साभार : Bensound Music
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